बंजार। प्राथमिक शिक्षक संघ खंड बंजार ने रविवार को अपनी मांगों और शिक्षकों के हितों से जुड़ी समस्याओं को लेकर एसडीएम बंजार के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान संघ के सदस्यों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राथमिक शिक्षक संघ बंजार के अध्यक्ष तिलक राज ठाकुर ने की।
संघ ने ज्ञापन में शिक्षा विभाग द्वारा 23 सितंबर 2025 को जारी की गई नई क्लस्टर प्रणाली संबंधी अधिसूचना का विरोध जताया। शिक्षकों का कहना है कि यह अधिसूचना प्राथमिक शिक्षा के स्वतंत्र ढांचे और शिक्षकों के अधिकारों पर कुठाराघात है। ज्ञापन में कहा गया कि वर्ष 1984 से प्राथमिक शिक्षा का अलग प्रशासनिक ढांचा कार्यरत है, जिससे राज्य ने उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त किए हैं। पिछले वर्ष असार रिपोर्ट में हिमाचल प्रदेश ने प्राथमिक शिक्षा में देशभर में पहला स्थान हासिल किया था, जबकि राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (NAS) में तीसरी कक्षा के स्तर पर प्रदेश दूसरे स्थान पर रहा।
संघ ने तर्क दिया कि इन उपलब्धियों का श्रेय प्राथमिक शिक्षकों और उनके अलग ढांचे को जाता है, न कि प्रिंसिपलों को। नई अधिसूचना में प्राथमिक शिक्षा का नियंत्रण और संचालन प्रिंसिपल को देने का निर्णय किया गया है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका है। संघ ने कहा कि इससे मुख्य शिक्षक, केंद्रीय मुख्य शिक्षक और खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी जैसे पदों की प्रशासनिक शक्तियां सीमित होकर रह जाएंगी, जिससे भविष्य में ये पद निरर्थक हो सकते हैं।
संघ ने इस अधिसूचना को 2024 में शिक्षा मंत्री के साथ हुई वार्ता और उस दौरान किए गए आश्वासनों के विपरीत बताया, जिसमें यह स्पष्ट रूप से कहा गया था कि प्राथमिक शिक्षा के ढांचे में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा।
संघ ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे शिक्षकों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस अधिसूचना को तत्काल वापस लें।
इस मौके पर संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पुणे राम वर्मा, कोषाध्यक्ष मोहनलाल ठाकुर, महासचिव धनीराम ठाकुर सहित दर्जनों शिक्षक उपस्थित रहे।




























