शिमला (फ्रंटपेज न्यूज़)
हिमाचल प्रदेश की विशेषता न केवल इसके प्राकृतिक सौंदर्य में है, बल्कि यहाँ की समृद्ध लोक-संस्कृति और परंपराओं में भी रची-बसी है। यहां के प्रत्येक गाँव, पहाड़ी और घर में देवी-देवताओं का वास माना जाता है, जो आम जनजीवन से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। यही गहराई से जुड़ी आस्था इस राज्य को सांस्कृतिक रूप से एक विशेष पहचान दिलाती है।

इसी संदर्भ में हाल ही में आयोजित एक धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन के दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष एवं जुब्बल-कोटखाई के विधायक रोहित ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि, “हमारे देवी-देवता हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। इनसे जुड़ी परंपराएं हमारी सांस्कृतिक जड़ों को मज़बूत करती हैं और दुनिया में हिमाचल को अलग पहचान दिलाती हैं।”

सेब सीज़न के लिए विशेष तैयारी
रोहित ठाकुर ने यह भी बताया कि क्षेत्र में सेब सीज़न शुरू हो चुका है और यह समय बागवानों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने सभी शीर्ष अधिकारियों को निर्देशित किया है कि मानसून के दौरान सड़कें और अन्य आवश्यक सुविधाएं सुचारु रूप से संचालित रहें, ताकि बागवानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और उनकी मेहनत से उपजी फसल समय पर बाजार तक पहुंच सके।

उन्होंने स्पष्ट कहा कि सड़क संपर्क में किसी भी तरह की बाधा से सेब की ढुलाई और बिक्री पर असर पड़ सकता है, जिससे आर्थिक नुकसान भी संभव है। इसलिए प्रशासन को चाहिए कि वे समय रहते हर स्तर पर निगरानी बनाए रखें।
बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति
इस आयोजन में स्थानीय एवं आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।




























