शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजनीति में शुक्रवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के भाई रामकुमार बिंदल को दुष्कर्म के आरोप में सोलन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। 81 वर्षीय रामकुमार बिंदल के खिलाफ 25 वर्षीय युवती ने शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसके बाद महिला पुलिस थाना सोलन में मामला दर्ज हुआ।
एसपी सोलन गौरव सिंह ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर बीएनएस की धारा 64 और 68 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस उसे कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है।
क्या है पूरा मामला ?
सोलन एसपी के अनुसार, 25 वर्षीय पीड़िता ने महिला पुलिस थाना में दर्ज शिकायत में बताया कि वह लंबे समय से बीमार थी और 7 अक्तूबर को सोलन के पुराने बस अड्डे के पास एक वैद्य से इलाज कराने पहुंची थी। वहीं पर एक व्यक्ति ने उससे उसका पता और परेशानी पूछी।
पीड़िता के अनुसार, वह व्यक्ति रामकुमार बिंदल था, जो सोलन में एक दवाखाना चलाते हैं। युवती ने बताया कि रामकुमार बिंदल ने पहले उसका हाथ पकड़कर नसें दबाईं और फिर उसकी निजी बीमारी के बारे में विस्तार से पूछताछ की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे उसका इलाज करेंगे और पूरी तरह ठीक कर देंगे।
हालांकि, पीड़िता का आरोप है कि जांच के बहाने आरोपी ने उसके प्राइवेट पार्ट्स की जांच पर जोर दिया, और जब उसने मना किया तो उसके साथ जबरदस्ती की गई। युवती ने एफआईआर में लिखा है कि उसने आरोपी को धक्का देकर खुद को छुड़ाया और तुरंत पुलिस के पास पहुंची।
पुलिस ने घटनास्थल की जांच के लिए एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया और मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की।
बीजेपी ने बताया राजनीतिक षड्यंत्र
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के भाई की गिरफ्तारी के बाद हिमाचल की सियासत में हलचल तेज हो गई है।
भाजपा के मीडिया संयोजक कर्ण नंदा ने इस घटना को “राजनीतिक षड्यंत्र” करार देते हुए कहा कि,
“यह एक साजिश या शरारत है। जिस व्यक्ति पर यह आरोप लगे हैं वह 81 वर्ष के बुजुर्ग हैं और समाज में प्रतिष्ठित स्थान रखते हैं। उन्होंने सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने में बड़ा योगदान दिया है। यह संभव है कि किसी ने उन्हें टारगेट किया हो।”
फिलहाल सोलन पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और आरोपी को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इस मामले ने न सिर्फ सोलन, बल्कि पूरे राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है।




























