कुल्लू (फ्रंटपेज न्यूज़)
हिमाचल प्रदेश में बरसात का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार को कुल्लू और मंडी जिलों को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण कुल्लू-मंडी नेशनल हाईवे झिड़ी क्षेत्र में भूस्खलन के कारण पूरी तरह बाधित हो गया। अचानक पहाड़ी दरकने से भारी मलबा और चट्टानें सड़क पर आ गिरीं, जिससे फोरलेन हाईवे का एक हिस्सा पूरी तरह बंद हो गया। दूसरे हिस्से से वाहनों को पुलिस और प्रशासन की देखरेख में धीरे-धीरे निकाला जा रहा है।
मंदिर मार्ग सील, सुरक्षा तैनात
इसी दौरान, एक स्थानीय मंदिर मार्ग पर सुरक्षा कारणों से रास्ता सील कर दिया गया है। मंदिर प्रशासन ने बताया कि घटना के समय कोई श्रद्धालु मौजूद नहीं था। मौके पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
राज्य का बुनियादी ढांचा बुरी तरह प्रभावित
बरसात से पूरे प्रदेश में हालात गंभीर हैं। लोक निर्माण विभाग और विद्युत बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक—
357 सड़कें शुक्रवार शाम तक बंद रहीं।
599 बिजली ट्रांसफार्मर और 177 पेयजल योजनाएं ठप पड़ी हैं।
मंडी जिला सबसे अधिक प्रभावित है, जहां 206 सड़कें, 204 ट्रांसफार्मर और 105 जल योजनाएं बंद हैं।
कुल्लू जिला भी पीछे नहीं है—यहां 99 सड़कें और 382 ट्रांसफार्मर ठप हैं।
प्रशासन अलर्ट पर
कुल्लू के उपायुक्त अजय शर्मा और मंडी की उपायुक्त अपूर्वा देवगन ने संयुक्त बयान में कहा कि जेसीबी मशीनें और बचाव दल लगातार मलबा हटाने में जुटे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और अनावश्यक यात्रा से बचें।




























