क्योंकि हर सेकंड की कीमत होती है – दोनों को एक जैसा मत समझिए!
जब लोग हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट जैसे शब्द सुनते हैं, तो ज़्यादातर इन्हें एक ही समझ लेते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि ये दोनों अलग-अलग मेडिकल आपात स्थितियां हैं – दोनों गंभीर, लेकिन एक तो इतना खतरनाक है कि पल भर में जान भी ले सकता है।
चलिए जानते हैं आसान भाषा में, क्या है इन दोनों में फर्क, कौन ज्यादा खतरनाक है, और कैसे करें बचाव।
क्या होता है हार्ट अटैक? (मायोकार्डियल इन्फार्क्शन)
जब दिल को खून पहुंचाने वाली धमनियों (कोरोनरी आर्टरी) में कोई ब्लॉकेज (अवरोध) आ जाता है – जैसे कोलेस्ट्रॉल या ब्लड क्लॉट – तो दिल को ऑक्सीजन मिलनी बंद हो जाती है और हार्ट मसल्स मरने लगते हैं, इसे हार्ट अटैक कहते हैं।
हार्ट अटैक के लक्षण:
सीने में दर्द या भारीपन (जैसे कोई बोझ रख दिया हो)
दर्द का फैलना – बाएं हाथ, जबड़े, पीठ या गर्दन तक
पसीना आना, सांस फूलना
मतली या चक्कर
थकावट (खासतौर पर महिलाओं में)आमतौर पर व्यक्ति होश में रहता है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
आमतौर पर व्यक्ति होश में रहता है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
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⚡ क्या होता है कार्डिएक अरेस्ट? (सडन कार्डिएक डेथ)
जब दिल की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी अचानक गड़बड़ा जाती है, और दिल की धड़कन एकदम से रुक जाती है, तो इसे कार्डिएक अरेस्ट कहते हैं। इससे शरीर के बाकी अंगों को खून मिलना बंद हो जाता है और व्यक्ति कुछ ही सेकंड में बेहोश होकर गिर जाता है — और अगर तुरंत मदद न मिले, तो जान चली जाती है।
⚠️ कार्डिएक अरेस्ट के लक्षण:
अचानक गिर जाना
धड़कन और सांस रुक जाना
होश खो जाना
पल्स ना मिलना
यह बिना किसी चेतावनी के होता है और सबसे घातक स्थिति मानी जाती है।
हार्ट अटैक बनाम कार्डिएक अरेस्ट: फर्क एक नज़र में
विशेषता हार्ट अटैक कार्डिएक अरेस्ट
कारण दिल की रक्त नली में ब्लॉकेज दिल की इलेक्ट्रिकल गड़बड़ी
शुरुआत धीरे-धीरे (मिनटों से घंटों में) अचानक (सेकंडों में)
होश में? हां, अक्सर रहता है नहीं, तुरंत बेहोश हो जाता है
नाड़ी (पल्स)? मिलती है नहीं मिलती
इलाज की ज़रूरत तुरंत अस्पताल पहुंचाना तुरंत CPR और AED ज़रूरी
कितना खतरनाक? बहुत खतरनाक अत्यधिक खतरनाक (सेकंडों में मौत)
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कौन ज्यादा खतरनाक है?
कार्डिएक अरेस्ट कहीं ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि ये पल भर में मौत का कारण बन सकता है।
जहां हार्ट अटैक में कुछ वक्त मिल जाता है, वहीं कार्डिएक अरेस्ट में हर सेकंड मायने रखता है।
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❤️ क्या करें: इलाज और बचाव के उपाय
अगर किसी को हार्ट अटैक हो:
तुरंत एम्बुलेंस बुलाएं
व्यक्ति को बिठाएं और शांत करें
टाइट कपड़े ढीले करें
अगर एलर्जी न हो तो एक एस्पिरिन दें
पानी/खाना न दें
अस्पताल ले जाएं
⚡ अगर किसी को कार्डिएक अरेस्ट हो:
तुरंत एम्बुलेंस को कॉल करें
CPR (छाती पर दबाव) देना शुरू करें
अगर AED (डिफिब्रिलेटर) है तो उपयोग करें
जब तक मदद न पहुंचे CPR जारी रखें
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✅ कैसे बचें दोनों से
1. नियमित व्यायाम करें
2. संतुलित भोजन करें – कम नमक, कम तेल
3. ब्लड प्रेशर, शुगर, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें
4. धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं
5. 40 की उम्र के बाद दिल की नियमित जांच कराएं
6. CPR सीखें – यह किसी की जान बचा सकता है




























