मंडी, (फ्रंटपेज न्यूज़)
जिला मंडी में वर्जित काल के दौरान अवैध मछली शिकार पर शिकंजा कसते हुए मत्स्य विभाग ने छह मामलों में त्वरित कार्रवाई की है। मत्स्य मंडल मंडी की सहायक निदेशक नीतू सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 17 जुलाई को वरिष्ठ मत्स्य अधिकारी तेज राम वर्मा के नेतृत्व में सुकेती और रत्ती खड्ड क्षेत्रों में गश्त के दौरान यह कार्रवाई की गई।
गश्त के दौरान टीम ने छह व्यक्तियों को अवैध रूप से मछली पकड़ते हुए रंगे हाथों पकड़ा और मौके पर ही उनसे कुल 6 हजार रुपये जुर्माने के रूप में वसूले गए। सहायक निदेशक के अनुसार, वर्ष 2025 के वर्जित काल में अब तक कुल 36 मामले पंजीकृत किए जा चुके हैं। इन सभी मामलों में नियमानुसार जुर्माना लगाया गया है।
नीतू सिंह ने बताया कि वर्जित काल के दौरान मछली पकड़ना न केवल कानूनन अपराध है बल्कि यह प्राकृतिक संसाधनों और मत्स्य जीवन चक्र को भी प्रभावित करता है। ऐसे में विभाग की टीमें लगातार औचक निरीक्षण कर रही हैं। जिला के प्रमुख जल स्रोतों और नदियों में अवैध मछली शिकार पर सख्त नजर रखी जा रही है।
उन्होंने जिलेवासियों से अपील की कि वे इस प्रकार के अवैध कार्यों में शामिल न हों और न ही दूसरों को ऐसा करने दें। यदि कहीं पर अवैध मछली शिकार या व्यापार की जानकारी मिलती है तो तुरंत संबंधित विभागीय अधिकारियों या कर्मचारियों को सूचित करें, ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके।
अब तक 36 अवैध मछली शिकार के मामले पंजीकृत
6 मामलों में हाल ही में 6 हजार रुपये का जुर्माना वसूला
सुकेती व रत्ती खड्ड में विभाग की सक्रिय निगरानी
मत्स्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि अवैध मछली शिकार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि मत्स्य संसाधनों का संरक्षण और स्थायी विकास सुनिश्चित हो सके।




























