हैदराबाद/सैन डिएगो, (फ्रंटपेज न्यूज़)
भारत के लिए गौरव का क्षण—Axiom-4 मिशन में शामिल भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और उनकी टीम आज पृथ्वी पर सफलतापूर्वक लौट आई। स्पेसएक्स का ड्रैगन ग्रेस स्पेसक्राफ्ट कैलिफोर्निया के सैन डिएगो समुद्री तट पर भारतीय समयानुसार सुबह 7:30 बजे सुरक्षित लैंड हुआ।

स्पेसक्राफ्ट के वायुमंडल में प्रवेश के दौरान पहले 5.7 किलोमीटर की ऊंचाई पर ड्रोग पैराशूट और फिर 2 किलोमीटर की ऊंचाई पर मुख्य पैराशूट खोले गए, जिससे स्पेसक्राफ्ट की रफ्तार नियंत्रित हुई और कुछ ही मिनट बाद समुद्र में सुरक्षित स्प्लैशडाउन हुआ।

मिशन में शुभांशु शुक्ला के साथ मिशन पायलट पेगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोश उज्नांस्की-विस्निएव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू शामिल थे। सभी एस्ट्रोनॉट्स ने विशेष स्पेस सूट में रहकर सुरक्षित वापसी की।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मौके पर एक्स (पूर्व ट्विटर) पर शुभांशु शुक्ला और पूरी Axiom-4 टीम को बधाई दी। उन्होंने लिखा:
“भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और उनकी Axiom-4 टीम की सुरक्षित वापसी पर पूरे देश को गर्व है। यह क्षण भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नई शुरुआत है। युवा पीढ़ी को इससे प्रेरणा मिलेगी। शुभकामनाएं!”
इस संदेश के साथ प्रधानमंत्री ने मिशन से जुड़ी कुछ तस्वीरें और स्पेसक्राफ्ट के समुद्र में उतरने का वीडियो भी साझा किया।
Axiom-4 मिशन की विशेषताएं:
मिशन अवधि: 18 दिन
उद्देश्य: वैज्ञानिक और तकनीकी प्रयोग, मानव जीवन पर अंतरिक्ष के प्रभावों का अध्ययन
गंतव्य: इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन
वापसी: सैन डिएगो समुद्री तट पर स्प्लैशडाउन
भारत में इस ऐतिहासिक सफलता पर वैज्ञानिक समुदाय और आम जनता के बीच खुशी का माहौल है। इसरो और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों ने भी शुभांशु शुक्ला को बधाई दी है। आने वाले वर्षों में भारत से और अंतरिक्ष यात्रियों के जाने की संभावनाएं अब और मजबूत हो गई हैं।




























