कुल्लू (फ्रंटपेज न्यूज़)
मानसून में बादल फटने, फ्लैश फ्लड और भूस्खलन से जिला कुल्लू में 38 करोड़ से अधिक का नुकसान, केंद्र सरकार को सौंपी जाएगी विस्तृत रिपोर्ट

केंद्रीय टीम में गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव जी. पार्थसारथी, व्यय विभाग के उप सचिव कंदर्प वी. पटेल, सीईए के उप निदेशक करण सरीन और ग्रामीण विकास मंत्रालय के अवर सचिव दीप शेखर सिंघल शामिल थे। यह दल अपनी विस्तृत रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेगा, जो पुनर्निर्माण कार्यों हेतु आवश्यक सहायता सुनिश्चित करने में सहायक होगी।
उपायुक्त ने बताया कि 24 और 25 जून को जिले में बादल फटने, भारी वर्षा और भूस्खलन की कई घटनाएं दर्ज की गईं। जीवानाला, सैंज, शीलागढ़ और गड़सा जैसे क्षेत्रों में फुटब्रिज, स्पैन, घाटी पुल व सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं। अकेले गड़सा घाटी में बाढ़ के कारण पुल टूटने, जल योजनाएं ठप होने और सड़कों के बह जाने से 168.50 लाख रुपये का नुकसान दर्ज किया गया।

बंजार उपमंडल में भी हालात चिंताजनक रहे, जहां जीवा नाला, रैला बिहाल और होरनगाड़ जैसे क्षेत्रों में बादल फटने से 3 लोग लापता हुए (जिनमें से एक का शव बरामद किया गया), 5 घर, 1 गौशाला व 1 दुकान पूरी तरह नष्ट हो गई।
मनाली क्षेत्र में बाहंग और सोलंगनाला के पास अटल टनल रोड प्रभावित हुआ, जहां 4 दुकानें और 33 जलापूर्ति योजनाएं क्षतिग्रस्त हुईं। इस क्षेत्र में कुल 71.10 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
जिला प्रशासन के अनुसार विभिन्न विभागों द्वारा कुल 3816.55 लाख रुपये (लगभग 38 करोड़ रुपये) का नुकसान आंका गया है। इसमें प्रमुख रूप से लोक निर्माण विभाग कुल्लू एवं निरमंड, जल शक्ति विभाग, विद्युत बोर्ड, बागवानी, कृषि, प्रारंभिक व उच्च शिक्षा विभाग शामिल हैं।
“प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान के प्रत्येक पहलू का गहनता से आकलन किया गया है, और केंद्र को सौंपे जाने वाली रिपोर्ट के आधार पर पुनर्निर्माण के लिए जरूरी सहायता मिलने की आशा है।” — उपायुक्त तोरुल एस. रवीश
NHPC-III परियोजना को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिसकी अनुमानित राशि 15 करोड़ रुपये बताई गई है।
परियोजना की पूर्ण बहाली में 2–3 महीने लग सकते हैं।
बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अश्वनी कुमार, एएसपी संजीव चौहान और अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।




























