मैनचेस्टर, इंग्लैंड (फ्रंटपेज न्यूज़)
टेस्ट डेब्यू और पहला विकेट — अंशुल कंबोज ने बदला खेल का रुख
भारत और इंग्लैंड के बीच जारी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के चौथे मुकाबले में एक नया सितारा उभरा है — अंशुल कंबोज। हरियाणा के इस युवा तेज गेंदबाज ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में कुछ ऐसा कर दिखाया, जिसे इंग्लिश बल्लेबाज बेन डकेट शायद ही कभी भूल पाएं।
बेन डकेट का जलवा और फिर अंशुल का वार
इंग्लैंड की पहली पारी जब मजबूत दिख रही थी, तब उनके ओपनर बेन डकेट भारतीय गेंदबाजों पर कहर बनकर टूट पड़े। उन्होंने मात्र 100 गेंदों में 94 रन बना लिए थे और उनका शतक सिर्फ 6 रन दूर था। 13 चौकों से सजी उनकी तेजतर्रार पारी ने भारतीय खेमे की चिंता बढ़ा दी थी।
लेकिन तभी, भारतीय क्रिकेट का नया चेहरा — अंशुल कंबोज — गेंदबाज़ी पर आया और डकेट को एक शॉर्ट पिच गेंद डालकर विकेटकीपर ध्रुव जुरेल के हाथों कैच करवा दिया। अंशुल का यह पहला अंतरराष्ट्रीय विकेट था, और वह भी इतने बड़े खिलाड़ी का — मैच का टर्निंग पॉइंट बन गया।
टीम में एंट्री की दिलचस्प कहानी
अंशुल कंबोज को इंग्लैंड के खिलाफ एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के तहत चौथे टेस्ट में मौका मिला। शुरुआत में उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया था, लेकिन चोटिल खिलाड़ियों के कारण उन्होंने यह सुनहरा अवसर पाया।
इससे पहले वे इंग्लैंड लायंस के खिलाफ इंडिया ए टीम का हिस्सा रह चुके हैं, जहां उन्होंने मुकेश कुमार और हर्षित राणा जैसे अनुभवी गेंदबाजों के साथ मिलकर अपनी गेंदबाजी का दम दिखाया था।
घरेलू क्रिकेट और IPL
विजय हजारे ट्रॉफी 2023 में उन्होंने 10 मैचों में 17 विकेट लेकर हरियाणा को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई। यही नहीं, उनकी परफॉर्मेंस ने IPL स्काउट्स का ध्यान भी खींचा और मुंबई इंडियंस ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया।
आईपीएल 2024 में उन्होंने 3 मैच खेले, जहां उनकी रफ्तार और सटीकता ने उन्हें चर्चा में ला दिया।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
क्रिकेट पंडितों का मानना है कि अंशुल कंबोज भारतीय क्रिकेट का अगला तेज़ सितारा बन सकते हैं। उनका एक्शन, लेंथ पर कंट्रोल और मानसिक मजबूती उन्हें लंबी रेस का घोड़ा बनाते हैं।
एक शुरुआत जो याद रखी जाएगी
टीम इंडिया को मिला है एक नया गेंदबाज़, जो ना सिर्फ विकेट निकाल सकता है, बल्कि मैच का रुख भी बदल सकता है।

































