बर्मिंघम, इंग्लैंड
भारतीय क्रिकेट टीम ने एजबेस्टन के मैदान पर इतिहास रचते हुए इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट मैच में 336 रनों से हराकर न सिर्फ श्रृंखला में वापसी की, बल्कि 58 सालों में पहली बार इस मैदान पर जीत का स्वाद भी चखा। इस जबरदस्त जीत के साथ पांच मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी सीरीज़ 1-1 की बराबरी पर पहुंच गई है।
भारत ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए गिल के दोहरे शतक (269), यशस्वी जायसवाल (87) और जडेजा (89) की शानदार पारियों की मदद से पहली पारी में 587 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही, लेकिन हैरी ब्रूक और जेमी स्मिथ के बीच 303 रनों की साझेदारी के दम पर टीम 407 रन तक पहुंच पाई। इस पारी में मोहम्मद सिराज ने 6 विकेट चटकाकर इंग्लैंड के मध्यक्रम की कमर तोड़ दी।
दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाज़ फिर से चमके। कप्तान शुभमन गिल ने एक और शानदार शतक (161) जड़ा, जबकि केएल राहुल, ऋषभ पंत और रविंद्र जडेजा ने अर्धशतक लगाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। भारत ने 6 विकेट पर 427 रन बनाकर पारी घोषित की और इंग्लैंड को 608 रनों का विशाल लक्ष्य दिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम एक बार फिर लड़खड़ा गई। टॉप ऑर्डर पूरी तरह नाकाम रहा और 100 रन से पहले ही आधी टीम पवेलियन लौट गई। इस बार भारत के हीरो बने आकाशदीप, जिन्होंने दूसरी पारी में 6 विकेट लेकर इंग्लैंड की कमर तोड़ दी। उन्होंने मैच में कुल 10 विकेट झटके और मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया। इंग्लैंड की ओर से जेमी स्मिथ ने एक बार फिर सबसे ज्यादा 88 रन बनाए, लेकिन बाकी बल्लेबाज़ टिक नहीं सके।
यह एजबेस्टन में भारत की पहली जीत है। इससे पहले यहां भारत ने 8 टेस्ट खेले थे जिनमें 7 में हार और 1 ड्रॉ रहा था। 2022 में इसी मैदान पर भारत को इंग्लैंड के खिलाफ 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार टीम इंडिया ने न सिर्फ बदला लिया, बल्कि अपने आत्मविश्वास और क्रिकेट कौशल का दमदार प्रदर्शन किया।
अब अगला मुकाबला 10 जुलाई से ऐतिहासिक लॉर्ड्स के मैदान पर खेला जाएगा, जहां दोनों टीमें सीरीज़ में बढ़त लेने के इरादे से उतरेंगी। भारत की इस ऐतिहासिक जीत ने क्रिकेट प्रेमियों को गर्व और उम्मीदों से भर दिया है।




























